Lenovo to Make AI Servers in India, Opens New AI-Centric Lab in Bengaluru
इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर निर्माता कंपनी ने मंगलवार को कहा कि चीन की लेनोवो ग्रुप दक्षिण भारत में अपने संयंत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) सर्वर बनाना शुरू करेगी और उसने प्रौद्योगिकी केंद्र बेंगलुरु में एआई सर्वर-केंद्रित अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला खोली है।
लेनोवो ने कहा कि उसका लक्ष्य पुडुचेरी स्थित संयंत्र में प्रतिवर्ष 50,000 एआई रैक सर्वर और 2,400 ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट (जीपीयू) सर्वर बनाने का है, जिन्हें विशेष रूप से मशीन लर्निंग जैसे संसाधन-भारी कार्यों के लिए डिजाइन किया गया है।
लेनोवो के एशिया प्रशांत क्षेत्र के अध्यक्ष अमर बाबू ने रॉयटर्स को बताया, “ये सर्वर न केवल स्थानीय खपत के लिए हैं, बल्कि निर्यात के लिए भी हैं।”
उन्होंने अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला या पुडुचेरी संयंत्र के लिए किसी भी निवेश या नियुक्ति लक्ष्य का खुलासा करने से इनकार कर दिया, जहां लेनोवो पहले से ही लैपटॉप, नोटबुक और पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) बनाती है।
2023 के अंत में शुरू हुई जनरेटिव एआई लहर के बाद से जीपीयू या एआई चिप्स की मांग आसमान छू रही है, जिससे एनवीडिया और एएमडी जैसी कंपनियों की किस्मत चमक रही है।
इस वर्ष की शुरुआत में जारी नैसकॉम-बीसीजी रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक एआई बाजार में एआई हार्डवेयर का हिस्सा 12 प्रतिशत होने की उम्मीद है, जो 2027 तक लगभग तीन गुना बढ़कर 380 बिलियन डॉलर हो जाएगा।
लेनोवो, जो अपने राजस्व का लगभग 47% गैर-पीसी व्यवसायों से प्राप्त करता है, एप्पल, फॉक्सकॉन और डेल जैसी कम्पनियों के नक्शेकदम पर चलते हुए भारत में विनिर्माण क्षमता बढ़ा रहा है, जिसका एक कारण चीन पर अपनी निर्भरता कम करना भी है।
भारत भी विनिर्माण से जुड़े प्रोत्साहन प्रदान करके तकनीक-केंद्रित कम्पनियों सहित अन्य कम्पनियों को आकर्षित कर रहा है।
बाबू ने कहा कि हालांकि एआई-सर्वर विनिर्माण योजना किसी भी सरकारी प्रोत्साहन योजना से जुड़ी नहीं है, लेकिन पीसी और मोटोरोला फोन बनाने के लिए भारत की डिक्सन टेक्नोलॉजीज के साथ इसकी साझेदारी ऐसी योजनाओं का लाभ उठाती है।
© थॉमसन रॉयटर्स 2024
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